मोबाइल का अत्यधिक उपयोग: कैसे 'उंगली' की आदत बन रही है सेहत के लिए बड़ा खतरा?

 मोबाइल का अत्यधिक उपयोग: कैसे 'उंगली' की आदत बन रही है सेहत के लिए बड़ा खतरा?


आज के डिजिटल युग में मोबाइल और लैपटॉप हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन्हें लगातार इस्तेमाल करने की आदत आपकी हड्डियों और जोड़ों को नुकसान पहुंचा रही है? हाल ही में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि युवाओं में हाथों की उंगलियों, कलाई और जोड़ों के दर्द की समस्या तेजी से बढ़ रही है, और इसका सीधा संबंध स्मार्टफोन और लैपटॉप के अत्यधिक इस्तेमाल से है।  


क्यों हो रहा है यह दर्द?  

पहले टीवी को "बेवकूफ बॉक्स" कहा जाता था और उसके अधिक इस्तेमाल को सेहत के लिए हानिकारक माना जाता था। आज मोबाइल और लैपटॉप ने उसकी जगह ले ली है। डॉक्टरों के मुताबिक, इन उपकरणों का गलत तरीके से या लंबे समय तक इस्तेमाल करने से हाथों की मांसपेशियों, टेंडन और लिगामेंट्स पर दबाव पड़ता है। इससे उंगलियों और कलाई के जोड़ों में सूजन और दर्द शुरू हो जाता है। गाजियाबाद के अर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अखिलेश यादव बताते हैं, "मोबाइल को पकड़ने का तरीका, उंगलियों का बार-बार चलना (जैसे टाइपिंग या स्क्रॉलिंग), और एक ही पोजिशन में घंटों बैठे रहना — ये सभी आदतें जोड़ों के दर्द को ट्रिगर कर रही हैं।"


 क्या कहते हैं आंकड़े?  

दिलचस्प बात यह है कि ऐसे मरीजों में कैल्शियम या विटामिन डी की कमी नहीं होती, न ही यूरिक एसिड का स्तर बढ़ा होता है। फिर भी, 18 से 35 साल के युवाओं में यह समस्या आम होती जा रही है। सीनियर अर्थोपेडिक सर्जन डॉ. अजय पंवार के अनुसार, "यह एक नई तरह की महामारी है। रोजाना 5-7 ऐसे युवा मरीज आते हैं जिनके हाथों की उंगलियां और कलाइयां मोबाइल के इस्तेमाल की वजह से अकड़ गई हैं।"


 "स्मार्टफोन फिंगर" क्या है?  

लगातार मोबाइल यूज करने वालों में अक्सर उंगलियों में अकड़न, सुन्नपन या तेज दर्द की शिकायत देखी जाती है। इसे "स्मार्टफोन फिंगर" या "मोबाइल फोन फिंगर" कहा जाता है। यह समस्या तब और बढ़ जाती है जब व्यक्ति फोन को गलत पोजिशन में पकड़ता है या बिना ब्रेक लिए घंटों टाइपिंग/स्क्रॉलिंग करता रहता है।  


बचाव के उपाय:  

1. कम करें स्क्रीन टाइम: सिर्फ जरूरत पड़ने पर ही मोबाइल या लैपटॉप का इस्तेमाल करें।  

2. ब्रेक लेना जरूरी: हर 30-40 मिनट में 5 मिनट का ब्रेक लें। इस दौरान हाथों और उंगलियों को स्ट्रेच करें।  

3. सही पोजिशन: फोन को हमेशा आरामदायक अंदाज में पकड़ें। कलाइयों को सीधा रखें और अंगूठे पर ज्यादा दबाव न डालें।  

4. एक्सरसाइज: उंगलियों और कलाइयों को घुमाने वाली एक्सरसाइज रोज करें।  

5. दर्द होने पर:  बर्फ से सिकाई करें या डॉक्टर से सलाह लें। कभी-कभी फिजियोथेरेपी की भी जरूरत पड़ सकती है।  


सावधानी ही बचाव है!  

मोबाइल और लैपटॉप के बिना आज की जिंदगी अधूरी है, लेकिन इनके इस्तेमाल में संयम बरतना भी जरूरी है। डॉक्टरों की मानें तो अगर अभी सचेत नहीं हुए, तो युवा पीढ़ी को आर्थराइटिस और जोड़ों की गंभीर बीमारियां समय से पहले घेर सकती हैं। तो, अगली बार जब भी फोन पर लगातार स्क्रॉल करें, याद रखें — आपकी उंगलियां सिर्फ टैप नहीं कर रहीं, बल्कि सेहत का SOS भी भेज रही हैं!  


स्वस्थ रहें, स्मार्ट रहें!

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